मेहमान स्वागत करने के लिए हमें मेहमान स्वागत शायरी की जरूरत पड़ती है. जब किसी समारोह में इसी अतिथि को उनका आदर सत्कार करना होता है, तो स्वागत करता welcome shayari in hindi for guest शायरी के माध्यम से उनका स्वागत करता है. हमने इस पोस्ट में वेलकम स्वागत शायरी बेहतरीन से बेहतरीन शेयर किया है. जोकि अतिथि के स्वागत के लिए काफी सहायता करेगी.
दिलों में विश्वास पैदा करता है, हम सुब में कुछ आस पैदा करता है… मिटटी की बात तो अलग है, इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है|
अतिथि देव बन आप पधारे, स्वागत हो स्वीकार। द्वार हमारे आप आ गये- सहज लुटाते प्यार॥ साधन कम पर भाव विह्वल हैं- स्वागत को श्रीमान्। आशा है स्वीकार करेंगे, भाव सुमन का हार॥
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं, महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम से मेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से.
वो खुद ही नाप लेते हें बुलंदी आसमानों की, परिंदों को नहीं तालीम दी जाती उड़ानों की। महकना और महकाना तो काम है खुशबु का खुशबु नहीं मोहताज़ होती क़द्रदानों की..।
सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी, सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.
हसरतो ने फिर से करवट बदली है, आप आये तो बलखा के बहारें आईं।
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं, क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं।
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं, वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं.
रोली तिलक थाल मे, श्री फल लिया सजाये, स्वागत को श्री मान के, भेट दुशाला लाये..।।
बके दिलों में हो सबके लिए प्यार, आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार, इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गम इस आयोजन का करें वेलकम.
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो आस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो
सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी, सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं, महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
उसने वादा किया है आने का, रंग देखो गरीब खाने का.
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं, जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं. New Welcome Shayari
दिल को सुकून मिलता है मुस्कुराने से, महफ़िल में रौनक छा गई आपके आने से.
धन्य धन्य हुए आज तो हम, मिट गये सारे अन्धियारें, आँखों को बहुत सुकून आया, जो आप हमारे द्वार पधारें.
सजाई महफिल में भी लगती है कुछ कमी, आपके आने से मुक्कमल महफिल सजी.
हार को जीत की एक दुआ मिल गई तपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई। आप आये श्री मान जी यू लगा, जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई.
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं, जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं
देर लगी आने में पर आप आए ज़रूर जो वादे आपने किए थे वह निभाए जरूर।
तुम्हारा आना एक खूबसूरत एहसास है तुम साथ होतो हर पल खास है।
रूठ गयी थी किस्मत आपके जाने से तक़दीर ने फिर साथ दिया है आपके आने से।
तुम्हारा ख्याल जब भी आता है दिल तुन्हे अपने करीब पता है बादल कितने भी काले क्यों ना हो तुम्हारे आने से हर मौसम खिल जाता है।
तुम आए तो चेहरे पर मुस्कान आई यूँ तो हमने मुस्कुराना भी छोड दिया था।
यूँ तो जिंदगी से उम्मीद ना थी पर तुम्हारा आना बहुत कुछ कह गया बहुत शिकवे थे हमें तुमसे लेकिन अब सब दिल मे ही रह गया।
मांगू और क्या मैं उस रब से तुम्हारे आने से हर ख्वाहिश मुकम्मल हो गयी।
अंधेरा बहुत था घर मे मेरे तुम आये तो रौशनी आ गई उदास पड़ी थी ज़िन्दगी मेरी तुम्हारे आने से मुस्कान आ गई।
तलाश जिसकी थी मुझे वो तुम पर आकर खत्म हुई बहुत अधूरी सी थी ज़िन्दगी मेरी तुम्हारे आने से ही पूरी हुई।
तमाम तमन्नाएं दिल मे लिए चलता हूं तुम्हारे आने की उम्मीद हमेशा साथ रखकर चलता हूं जनता हूं तुम्हारा आना तय है इसलिए हर रोज़ तुम्हारे आने का इंतेज़ार करता हूं।
वैसे तो बहुत तकलीफेँ थी ज़िन्दगी मे पर तुम्हारे आने से सब आसान हो गया है तुम ऐसे ही मिलते रहा करो तुमसे मिलकर सफर बहुत आसान हो गया है।
मेहमान का स्वागत करने के लिए शायरी हमेशा जो दुआओं मे माँगा था आज वो मिल गया है तुम जो अब आ गए हो तो हर चेहरा खिल गया है।
ऐसा स्वागत कही हुई ही नहीं है, जैसी स्वागत मेरी प्यारी माँ करती है.
हार को जीत की एक दुआ मिल गई तपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई। आप आये श्री मान जी यू लगा, जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई.
आपका स्वागत करने हम सब मिलकर आये है, चेहरे पर मुस्कान और हाथों में फूलों की माला लाये है
जिन दोस्तों की वजह से मेरे चेहरे पर ख़ुशी है,उन दोस्तों का मेरे घर पर हमेशा स्वागत है.
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह, कि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे, देखकर दिल उनको झूमने लगा, सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे…
हार को जीत की इक दुआ मिल गई, तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई, आप आये मेरे सनम तो यूँ लगा, जैसे दिल के दर्द को कुछ दवा मिल गई…
जो दिल का हो ख़ूबसूरत, ख़ुदा ने ऐसे लोग कम बनाये हैं, जिन्हें ऐसा बनाया है खुदा ने, आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं…
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से, महफ़िल में रौनक आती है आपके आने से…
कौन आया है कि निगाहों में चमक जाग उठी, दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी, किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आई, रूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी..
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह, कि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे, देखकर दिल उनको झूमने लगा, सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे…
हार को जीत की इक दुआ मिल गई, तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई, आप आये मेरे सनम तो यूँ लगा, जैसे दिल के दर्द को कुछ दवा मिल गई…
जो दिल का हो ख़ूबसूरत, ख़ुदा ने ऐसे लोग कम बनाये हैं, जिन्हें ऐसा बनाया है खुदा ने, आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं…
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से, महफ़िल में रौनक आती है आपके आने से…
कौन आया है कि निगाहों में चमक जाग उठी, दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी, किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आई, रूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी..
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